अजय देवगन ने २००८ में फिल्म यु मी हम का निर्देशन किया था, फिल्म का हर्ष क्या हुआ यह सब जानते हैं, खेर आठ साल बाद फिर एक बार अजय देवगन ने फिल्म शिवाय से निर्देशन की कमान संभाली हैं, करते फिल्म शिवाय की समीक्षा
फिल्म : शिवाय
कास्ट : अजय देवगन, सायेशा सैगल, एरिका कार, अबीगैल एमेस,वीर दास
स्टार : ३ ***
निर्देशक : अजय देवगन
निर्माता : अजय देवगन
कहानी की बात करे तो शिवाय ( अजय देवगन ) हिमालय रेंज में रहता है जहा पर्वतारोहण ( ट्रैकिंग ) का इंचार्ज हैं, शिवाय को पहाड़ो से काफी लगाव हैं उसके लिए बड़ी बड़ी चट्टानों और बर्फीले पर चढ़ना बाए हाथ का खेल हैं, इस बीच एक दिन बुल्गेरिया से आई ओल्गा (एरिका कार ) से होती हैं और ट्रैकिंग करते हुए दोनों के बिच प्यार हो जाता है जिसका अंजाम ओल्गा प्रेग्नेंट हो जाती हैं, पर ओल्गा बच्चे को जन्म देना नहीं चाहती हैं पर शिवाय चाहता हैं, ओल्गा शर्त रखती की वह उसे कभी माँ बारे में कुछ बताएँगे, खेर वक़्त बिता और ओल्गा ने बेटी गौरा (अबिगेल याम्स) नाम की बेटी होती है. फिर कहानी में ट्विस्ट और टर्न तब आता है जब गौरा ९ साल की होती है और गौरा को उसकी माँ के बारे में पता चलता हैं और उसकी जिद की वजह से शिवाय उसे बुल्गारिया ले जाता है, बुल्गारिया पहुचते ही कहानी की दिशा अलग रुख लेती हैं, यहाँ गौरा का अपहरण हो जाता और शिवाय को पता चलता हैं की पूरा माज़रा वीमेन ट्रैफिकिंग का हैं, दूसरी तरफ शिवाय पर ही बुल्गारिया की पुलिस इल्जाम लगा कर पकड़ हैं की वह मामलो का एक हिस्सा हैं । क्या गौरा की तलाश करता शिवाय अपहरण करता से गौर को बचने में कामयाब होता हैं क्या गौरा अपनी माँ से मिल पाती हैं, सवालो के जवाब के लिए फिल्म शिवाय देखनी होंगी ।
बात करते हैं निर्देशन की एक्शन को देख आपको हॉलीवुड की तर्ज पर नज़र आता हैं खासतौर पर एंट्री शॉट देख आप दंग रह जायेंगे, और लोकेशन लाजवाब लिए गए हैं, असीम बजाज की सिनेमाटोग्राफी की जितनी तारीफ करे उतनी कम होंगी, उसे पहाड़ो के एक एक शॉट को आप महशूस करते नज़र आओंगे ।
कमजोर कड़ी बात करे इस फिल्म की लेंथ काफी लंबी हैं, यहाँ तक शुरुवात में ही सीन लंबे लंबे नज़र आते हैं, लगा इंटरवल के बाद शायद पर नहीं इंटरवल तो उससे भी कमजोर नज़र आया फिल्म को थोड़ा छोटा होता तो शायद फिल्म और अच्छी बन कर उभर आती, क्लामेक्स के सीन को भी थोड़ा छोटा करने की आवशकता थी ।
अभिनय की बात करे अजय देवगन ने अर्से के बाद एक सीरियस रोल किया हैं, जो परदे पर बेहतरीन निभाया हैं, यहाँ तक गौरा अबिगेल याम्स ने भी खूब साथ दिया और अभिनय जलवा मना दिया साथ ही अन्य कलाकार एरिका कार, वीर दास, गिरीश कर्नाड, सौरभ शुक्ला और बाकी कलाकारों का काम भी अच्छा है.
संगीत की बात करे तो टाइटल सांग काफी पसंद किया जा रहा हैं, टाइटल सांग कहानी के साथ चलती हैं, बैकग्राउंड स्कोर भी लाजवाब हैं, फिल्मांकन को ज्यादा प्रभावशील नज़र आता हैं।
बेहतरीन लोकेशन, इमोशन और एक्शन से भरपूर हैं शिवाय